mithila sahitysudha

mithila sahitysudha

शनिवार, 28 जुलाई 2012

कार्यकारिणी समिति (विवरण आ "शपथ-ग्रहण पत्र) - " मिथिला एकता समाज-साउदी अरब रियाद"

कार्यकारिणी समिति आ शपथ-ग्रहण पत्र
अध्यक्ष : श्री रुकेश कुमार शाह
उपाध्यक्ष : १. नबल किशोर मंडल उपाध्यक्ष २...........
सचिव : १. श्री नीरज राय सचिव २. मनोज कुमार शाह
कोषाध्यक्ष :१ श्री चंद्रशेखर शाह सहकोषाध्यक्ष :२ अनिल गिरी
प्रवक्ता : १. .......... प्रवक्ता २.................
सल्लाहकार : १. श्री श्रवण शाह . श्री सुनील प्रसाद गुप्ता . श्री नीर बहादुर सुनुवार . श्री नागेन्द्र यादब ५. श्री भोला यादब
कानुनी सल्लाहकार : ....................
विशिष्ट कार्यकारिणीस सदस्य: १. श्री सुजीत कुमार शाह २. श्री बिजय कुमार महतो . श्री डिल्ली लिम्बू . श्री कुल बहादुर श्रेष्ठ ५. श्री तुनई महतो
उपरोक्त पद के लेल अधिकार विवरण........
अध्यक्ष के अधिकार: मिथिला एकता समाजक हरेक गतिविधि पर संस्थाके हितके ध्यान में रखैत समग्र दृष्टिकोण के निर्णायक। अध्यक्षके सामान्यतया हर फैसला अन्तिम, मुदा अध्यक्ष के रूपमें फैसला यदि कार्यकारिणीके दु-तिहाई सदस्य द्वारा अनुचित ठहरायल गेल तऽ ओ फैसला में बदलाव संभव। बदलाव लेल नव प्रस्ताव अवधारणाके प्रस्तुति एवं वोटिंगके मार्फत फैसला।
अध्यक्ष के कर्तब्य: मिथिला एकता समाजक उद्देश्य प्राप्ति हेतु पूर्ण समर्पित भावना संग ग्रुप पर निरंतर विचार प्रवाह एवं संस्थाके लेल आगामी समय में कार्य योजना निर्माण केनै। हरेक योजना के प्रस्ताव प्रस्तुति एवं कार्यकारिणीके सहमति आवश्यक। कोनो प्रस्तावपर सभ कार्यकारिणी सदस्यके स्वतंत्र मत एवं बहुमतके फैसला सर्वमान्य।
उपाध्यक्ष १ (प्रशासन) एवं उपाध्यक्ष २ (कार्यविधि) के अधिकार: मिथिला एकता समाजक अध्यक्षके अधिकार प्रति समर्पण एवं सहयोग। कोनो प्रस्तुति अध्यक्ष प्रति संबोधन करैत प्रस्तुति एवं अध्यक्षके सहमति सऽ आम प्रस्ताव के रूपमें पारित करैत सभके सुझाव एवं पारित लेल प्रस्तुतिके अधिकार। अध्यक्ष के असहमति के स्थितिमें एक साधारण सदस्यके रूपमें प्रस्ताव प्रस्तुति एवं कार्यकारिणीके द्वारा वोटिंगके मार्फत निराकरण।
उपाध्यक्ष के कर्तब्य: अध्यक्ष द्वारा प्रस्तुत वा आम सहमति सऽ पारित कोनो प्रस्ताव के अनुरूप विधि व्यवस्थापन में सक्रिय भूमिका निर्वहन। महीनामें कम से कम एक कार्य-योजना के लेल अपन विचार प्रस्तुति।प्रशासन संग सम्बन्धित उपाध्यक्ष फेशबुक पेज (वा वेबसाइट) लेल योजना निर्माण, कार्यविधि संग सम्बनधित उपाध्यक्ष मिथिलावासी लगायत सम्पूर्ण नेपाली संस्था प्रमुख संग जुड़िके कार्य योजना निर्माण आ प्रस्ताव प्रस्तुति केनै।
प्रवक्ता के अधिकार: संस्था के हर आधिकारिक घोषणा सार्वजनिक फोरम पर एवं मिडिया संग शेयर करैत संस्था के उतरोत्तर प्रगति लेल सकारात्मक संवाद संचरण करबाक पूरा अधिकार। अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष के सहमति साथ संस्थाके हितके सर्वोपरि मानैत मात्र कोनो सार्वजनिक घोषणा के अधिकार।
प्रवक्ता के कर्तब्य: संस्थाके द्वारा फेशबुक वा अन्यत्र कैल जा रहल विभिन्न कार्यक्रम के लेल विस्तृत व्योरा प्रस्तुत केनै। हर सप्ताह एक विज्ञप्ति जारी केनै जाहिमें संस्थाके द्वारा कैल जा रहल अनेको कार्यक्रम एवं दृष्टिकोण समाहित रहय।
कोषाध्यक्ष १.(कोषब्यबस्थापण )सहकोषाध्यक्ष २. ( कोष संकलन ) के अधिकार :- संस्था के हित में कैलगेल आयोजन,कार्यक्रम आ विचार गोष्ठी में कोषक रासी खर्च करबाक अधिकार अछि समिति के अनुमति अनिबार्य चाही !
कोषाध्यक्ष एवं सहकोषाध्यक्ष के कर्तव्य :- संस्थाक सम्पूर्ण आय व्यय के लगत राखब आ समय-समय सं पारदर्शिता विवरण पेश करबाक अनिबार्य अछि !
सचिव १ (प्रशासन) एवं सचिव २ (कार्यविधि): संस्थाके हितमें उपरोक्त समस्त पदेन अधिकारी द्वारा कैल गेल वा कैल जा रहल प्रस्तावन, कार्य योजना, कोष संकलन योजना एवं हर क्रियाके आलेख संकलन करैक अधिकार। सचिव १ - उपाध्यक्ष १ संग सीधा जुड़ल। सचिव २ - उपाध्यक्ष २ संग सीधा जुड़ल।
सल्लाहकार १, २, ३,४ एवं ५ : संस्थाके हित के निर्धारण लेल समग्र सुझाव एवं कार्यविधिपर नजर राखैत सुझाव देबाक अधिकार।
सल्लाहकारके कर्तब्य: संस्थाके हितके सर्वोपरि मानैत ईमानदार एवं प्रतिबद्ध सहयोग देबाक लेल तत्पर रहनाइ।

शपथ-पत्रके प्रारूप:
हम .................. पुत्र ....................... स्थायी पता.................. वर्तमान पता ........... जे मिथिला एकता समाज नामक संस्थाके ................... पद पर ............ दिनके चुनाव द्वारा चुनल गेलहुँ से मानवताके सर्वोपरि धर्मके नाम पर शपथ खाइत छी जे हम अपन पद के गरिमा आ संस्थाके गोपनीयता बरकरार रखैत अपन पूर्ण समर्पण भाव सहित संस्थाके बेहतरी लेल कार्यरत रहब। संस्थाके हर नियम प्रति हमर निष्ठा बरकरार राखब एवं संस्थाके हर निर्णय के हम सर्वमान्य बूझब।
सभ मनोनीत सदस्यगण सँ निवेदन जे निचा टिप्पणी के रूप में अपन - अपन शपथ-ग्रहण पत्र पेश करी...
धन्यवाद...

सोमवार, 2 जुलाई 2012

गजल-५९
कोना कहू हम आई एतेक मजबूर किएक
प्रीतमक विछोड आई हमरा मंजूर किएक

हम तकैत रहिगेलौं नयन सं नयन मिला
छोड़ी हमरा चलिगेल प्रीतम निठुर किएक

दोष हुनक नै कोनो दोष अछि सभटा हमरे
आई बुझलौं हमरा में एतेक गुरुर किएक

ओ जान प्राण सं प्रेम करैत छलि हमरा सं
हम सदिखन रहलौं हुनका सं दूर किएक

हम परैख नहि सकलौं हुनक निश्च्छल प्रेम
आई बिछोड पीड़ा सं दिल हमर चूर किएक

आई हुनक डगर के हर मोड़ अछि अलग
हुनक जीनगी में बनब हम बबुर किएक

"प्रभात क "दिन भेल दुर्दिन प्रीतम अहाँ विनु
अहाँक सपना हम केलौं चकनाचूर किएक

वर्ण-१८
रचनाकार-प्रभात राय भट्ट

रविवार, 1 जुलाई 2012

गजल-५८



गजल-५८

कथिले अहाँ हमरा सं घुंघटा में मुह नुकौने छि गोरी
हम तं अहाँक दीवाना अहिंक दिल में बसौने छि गोरी

कने घुंघटा उठा दिय आ चान सनक मुह देखा दिय
मधुर मिलन केर वेला में किएक तरसौने छि गोरी

वित् जाएत अनमोल राति मिझ जाएत दिया के वाती
फेर सुहागराति अहाँ नखरा किएक देखौने छि गोरी

"प्रभात" के सब्र बान्ह आब टुटल जारहल अछि गोरी
लाजक चादर ओढ़ी हमरा किएक तडपौने छि गोरी

वर्ण-21.
रचनाकार- प्रभात राय भट्ट

बुधवार, 20 जून 2012

गजल
हम कहानी जीवन केर सुनाऊ कोना
करेज चिर कs घाऊ हम देखाऊ कोना

... नाम हुनके जपैतछि जे देलक दगा
द्गावाज प्रीतम सँ दिल लगाऊ कोना

चमकैत रूप पाछू जे भागल दीवाना
ओहन दगावाज के हम मनाऊ कोना

विछोडक पीड़ा सँ सुल्गैत अछि करेज
धुँवा धुँवा अछि जीनगी बताऊ कोना

विसरल नै जाईए ओ मिलनक पल
प्रीतमक ईआद दिल सँ भगाऊ कोना

जरल करेज में प्रेम जगाएब कोना
दिल में प्रेमक दीया आब जराऊ कोना

वर्ण-१५------
रचनाकार-प्रभात राय भट्ट

सोमवार, 18 जून 2012

गजल@प्रभात राय भट्ट



गजल

नीरास जिनगीक अहिं हमर नव आस छी
हम विहिनी कथा अहाँ हमर उपन्यास छी

हम पतझर बगिया केर मुर्झाएल फुल
अहाँ रजनीगंधा गुलाब फूलक सुवास छी

हम नीम गाछ तित अछ हमर सभ पात
मधुर फल में अहाँ सभ फल सं मिठास छी

कर्मक मरल छलहूँ हम जग सं हारल
नीरसल जीनगीक अहिं हमर पियास छी

देखलौं बड खेला ई जग अछि स्वार्थक मेला
स्वार्थक संसार में अहिं निस्वार्थ विस्वास छी

साँस लेब छल मुश्किल छलहूँ हम वेजान
इ बांचल प्राण "प्रभात"अहिं हमर साँस छी

--------वर्ण-१७---------
रचनाकार-प्रभात राय भट्ट

गजल@प्रभात राय भट्ट



गजल

श्रद्धा सुमन मोन उपवन में प्रीतम
अहिं हमर मोन चितवन में प्रीतम

प्रेम परागक अनुराग अछि जीवन
श्याम राधा मिलन वृन्द्रावन में प्रीतम

चलू जतय बहैय प्रेम स्नेह सरिता
सिया रामक संग रामवन में प्रीतम

रुक्मिणी बनी विरह कोना हम जियब
हमहू जाएब लक्ष्मणवन में प्रीतम

अढाई अक्षर प्रेमक प्रेम में संसार
प्रेम विनु जीव कोना भवन में प्रीतम

वर्ण-१५.......
रचनाकार-प्रभात राय भट्ट

शनिवार, 9 जून 2012

गजल@प्रभात राय भट्ट



गजल

अप्पन जीनगी के अप्पने सजाएल करू
अप्पन स्वर्णिम भविष्य रचाएल करू

राह ककर तकैत छि इ व्यस्त जमाना में
अप्पन राह के कांट खुद हटाएल करू

बोझ कतेक बनल रहब माए बाप कें
कर्मशील बनी कय दुःख भगाएल करू

असफलता सं लडै ले अहाँ हिमत धरु
कर्मक्षेत्र सं मुह नुका नै पडाएल करू

हार मानु नै जीनगी सं जाधैर छै जीनगी
जीत लेल अहाँ हिमत के बढ़ाएल करू

चलल करू डगर सदिखन एसगर
ककरो सहारा कें सीढ़ी नै बनाएल करू

उलझन बहुत भेटत जीवन पथ में
पथिक बनी उलझन सोझराएल करू

हेतए कालरात्रिक अस्त नव-प्रभात संग
अमावस में आशा के दीप जराएल करू

------------वर्ण -१६------------
रचनाकार:-प्रभात राय भट्ट